क्या हम मन के ग़ुलाम हैं या स्वामी ?
हम बचपन से ही “विज्ञान” का निबंध पढ़ते आ रहे है कि विज्ञान हमारा सेवक (Slave) है या स्वामी (MASTER)। इसी प्रकार से यदि हम देखें तो यह तुलना हमारे अंदर जो मन है उसके साथ भी की जा सकती है। हमारे अंदर जो मन है, वह हमें अपनी मर्ज़ी…
TRUE GUIDE
Each soul is the fragment of Supreme Master, which has forgotten its basic objective and is treading aimlessly in the company of illusionary materialistic mind. Entangled in the trap of karmas it is experiencing the miseries of births and deaths. Looking at the miserable condition of the suffering souls the merciful…
सच्चा मार्गदर्शक
हर एक आत्मा, परमपिता परमात्मा की अंश है जो अपने असल उद्देश्य को भूल कर, बाहरमुखी हो भ्रम में उलझ सांसारिक विषयों में भटक रही है।कर्मों के जाल में पड़ जनम-मरण का दुख भोग रही है। माया में फंसी आत्माओं की कष्टदायी दशा देख करुणावान हरे माधव प्रभु, समय-समय पर…